rajeevkumar feels
14 years ago
दुआ करते हैं हम शिर झुकाए दरगाह पे ऐ दोस्त तू अपनी मंजिल को पाए, तेरी राहों में हो काटें अगर तो उन कांटो को हटाने के लिए खुदा हमें बुलाये...
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